कोरिया जिले में एकआदिवासी युवक आनंद गोंड को हत्या की नियत से दबंगों ने दुर्भावनावश अमानवीय तरीके से रस्सियाँ बांधकर पीटा।आदिवासी समुदाय में आक्रोश।दबंगो पर तत्काल कार्यवाही न होने पर जनांदोलन की चेतावनी



कोरिया (GCG NEWS) 25 दिसंबर 2020 बीते 24 दिसम्बर शाम को कोरबा जिले स्थित पसान थाने के अन्तर्गत ग्राम मोहनपुर निवासी आनंद सिंह गोंड के खिलाफ जिला कोरिया थाना खड़गवां क्षेत्र के ग्राम सलका निवासी झाड़ फूंक करने वाले कृष्ण कुमार शर्मा ने स्थानीय पुलिस थाना खड़गवां में पहुंचकर अपने ऊपर हुये घटना को लेकर अपराध क्रमांक 0328/20 के तहत  भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज करवा दिया है । तथा जिसे गिरफ्तार कर तत्काल जेल भेज दिया गया। लिहाजा इस सनसनी खेज घटना की जानकारी मिलते ही अधिकांश आदिवासी लोग दहशत में आ गये हैं। वहीं तथ्यों की सच्चाई जानने के लिए जब जी सी जी न्यूज टीम द्वारा ग्राम मोहनपुर सरपंच के मोबाइल नंबर 7828992531 पर संपर्क किया गया। तथा उन्ही के मोबाइल नंबर से घायल आदिवासी युवक आनंदसिंह गोंड के छोटे भाई शंकरसिंह से उक्त घटना की सच्चाई जानने की कोशिस किया गया। जो महज चौकाने वाला तथ्य सामने आया। जिस तरीके से उक्त्त आदिवासी समुदाय के युवक के विरुद्द जो एफ आई आर  दर्ज करवाया गया है। जिंनसे हुई बातचीत के आधार पर निराधार से कम नहीं है, जिस पुलिस रिपोर्ट में जिस आदिवासी युवक आनंद सिंह गोंड के पत्नी कालावति के बारे में कृष्णकुमार शर्मा द्वारा यह लिखवाया गया है, कि उसकी पत्नी बीमार है। जबकि उसकी पत्नी भी दूरभाष से स्पष्ट कर दिया कि 23 दिसंबर के तीन दिन पहले से मै अपने मौसी के यहाँ ग्राम पथरफोड़ में थी। तो बीमार होने का प्रश्न ही नहीं उठता। वहीं उक्त घायल आनंदसिंह गोंड के बड़ी पुत्री एवं उसके माँ से जानकारी पूछने पर, कि 23 दिसंबर 2020  बुधवार पसान बाजार के दिन शाम और रात को आनंद सिंह कहाँ था? तो सभी लोगो ने साफ साफ बताया कि आनंद घर में ही था।खाना खाने के बाद देर रात सो रहा था।सलका कब गया नही जानते।गौरतलब यह सवाल सबके आंखों को चौंधिया दिया,किझाड़ फूंक करने वाला शर्मा द्वारा कथित थाने में रिपोर्ट के मुताबिक 23 दिसंबर 2020 को शाम आनंद सिंह अपने घर में था,तो कृष्ण कुमार शर्मा एवं उसके उसके माँ रामरती देवी, लड़की नेहा शर्मा तथा भाई चंद्रिका द्वारा 6 बजकर 30 मिनट पर नीलम बस में किस शख्स को बैठाये थेे । और नीलम बस का मार्ग भी मोहनपुर गॉव से अलग है। और आनंदसिंह झाड़ फूंक करवाने के लिये जब कृष्ण कुमार शर्मा को उसके गॉव सलका ले जाने के लिए गया था, तो किसमे आया था। और 24 दिसंबर को अलसुबह 6 बजे तकरीबन 30 किलोमीटर की दूरी आनंद गोंड  आमतौर पर शरीर में बिना गर्म कपड़े के मोहनपुर से सलका तक की यह दूरी कड़कड़ाती ठंड में तथा  सायकल से धारदार टांगा लेकर पहुंचा था। फिलहाल लोगों के गले में नही उतर रहा है। वहीं कुछ दबंगो द्वारा दूसरे दिन 24 दिसंबर 2020 को अल सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक  उक्त युवक को दुर्भावनापूर्वक अमानवीय तौर पर  क्रूरतापूर्वक अघनंगे बदन करके हाथ पैर को रस्सियों से  जकड़ कर बांधकर  कब्जे में रखा था।और लोग पीट पीट कर लहू लुहान कर दिये थे। इस घटना की तश्वीर कमोवेश अल सुबह से सोसल मिडिया में तैरने लगी थी । और कुछ लोग मानवीयता को लाँघकर तमाशबीन बने रहे। रिपोट

कर्ता झाड़ फूंक करने वाले घायल कृष्ण कुमार शर्मा  को टागा की  संघातिक चोट लगने की जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल 5 माह पूर्व भी किसी ने इनको तीर चलाया था।उस घटना के आरोपी भी  बहरहाल आनंद गोंड को मानकर इसका घाव को गहरा कर दिया गया है।कोई कितनों भी गुनहगार हो।यातनाएं देने का अधिकार कानून के आलावा और किसी को नही है।  इस घटना की जानकारी मिलते ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा इस घटना की तत्काल निष्पक्ष रूप जांच करने की मांग किया है। तथा आदिवासी सदस्य आनंद सिंह  गोंड के साथ हुये  बर्बरतापूर्वक व अमानवीय कृत्य की निंदा करते हुये दोषी दबंगो पर तत्काल जाँचकर कार्यवाही की मांग किया है।