(चंद्रदीप कोरचो/ईश्वरी आयाम विशेष संवाददाता)
बिलासपुर छत्तीसगढ़ GONDWANA UDAY NEWS GRUP OF INDIA 6जून 2023, बीते दिनों छत्तीसगढ राज्य के तत्कालीन गोंड राज वंश का राजा रघुराज प्रताप सिंह का कर्मभूमि स्थित मोपका में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारियों अहम बैठक आयोजित हुआ। जिसमें पूरे प्रदेश के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया, इस दौरान पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तुलेश्वर सिंह मरकाम, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मिथलेश मिश्रा (पूर्व जे एन यू छात्र) दंतेवाड़ा, राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम, राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय सिंह, राष्ट्रीय संगठन मंत्री नंद किशोर राज सहित प्रदेश पार्टी अध्यक्ष संजय सिंह कमरों सहित सैकड़ों पार्टी पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तुलेश्वर सिंह मरकाम ने अपने आसंदी से कहा कि दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के माध्यम से एक नई राजनीतिक चेतना को जन्म दिया। जिससे अब आदिवासियों के बीच जिनका राजनीति की तश्वीर बदलने लगी है। जिससे भाजपा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं है। आज हमें देश में व्यवस्था परिवर्तन की जरूरत है। आज यहां के आदिवासियों की भूमि में कोयला पत्थर, रेत खनिज जिस में पैसा है जिसको सरकार लूट लिया। वहीं सरकार में बैठे आदिवासी मंत्री नेता विधायक युधिष्ठिर बन कर आंखो में पट्टी बांध लिए हैं। इसी व्यवस्था को हमें समाप्त कर गोंडवाना को सता में लाना है। इस अवसर पार्टी राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय सिंह ने कहा कि –आज गोंडवाना का आंदोलन को कोई रोक नहीं सकता क्योंकि यह आंदोलन अब देश भर में फैल चुका है। इस देश में लड़ाई की शुरुआत इंग्लैंड के लोगों के खिलाफ अंग्रेजो द्वारा अपने हितों की रक्षा के लिए इस देश में कांग्रेस पार्टी का निर्माण एक इंग्लैंडीएन अंग्रेज एच व्ही ह्यूम ने किया था। इसलिए कांग्रेस पार्टी मूलनिवासियों के हितों की संवर्द्धन कतई नहीं कर सकता। डा उदय ने कहा कि यहां के मूलनिवासियों को सरकार अज्ञानता वश नचाती है, जिस प्रकार मंदारी बंदर को दो रोटी कम खिलाता है जिससे उसके इशारे में बंदर नाचेगा। उसी प्रकार सरकार मूल निवासियों को सरकार अज्ञानता वश नचाती है। हम उन लोगों की निंदा करते हैं जो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को जाति वाद पार्टी कह कर आम जनता को भड़काते हैं। आज भाजपा और कांग्रेस पार्टी के नेताओं की चित भटक गई है। हम आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ने को आए हैं क्योंकि सच्ची आजादी हमें आज तक नहीं मिला। सरकार आज विदेशों से इतना पैसा लिया कि अपना मुंह नहीं खोल पा रहा है। जिससे इनका राजनीति होता है। इसलिए अब दोनों के बीच गोंडवाना का टक्कर हो गया है। उन्होंने कहा अपना विकास चाहते हो तो दोनों पार्टी से मुक्त होना होगा। आज भाग्य का फैसला दिल्ली में होता है, वहां सहारा देकर दुश्मन हमें उपर उठाता है और गिराने का इसारा भी करता है। अब इनके सहारा और इशारा को हम अच्छी तरह समझ चुके हैं। इसलिए हमें गोंडवाना को सता में लाना होगा।
इस कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मिथलेश मिश्रा ने कहा कि गोंडवाना एक भौगोलिक क्षेत्र है जहां के गोंड जाति के लोग प्राचीन मूल निवासी हैं। जिस प्रकार अमेरिका में रेड इंडियन आदिवासियों का राजनीति में न होने से विलुप्त हो रहे हैं। आगे उन्होंने कहा आज गोंड आदिवासी को राजनीति में होना जरुरी है। राजनीति एक ऐसा शक्ति है जिसे छत्तीसगढ में बहुसंख्यक आदिवासी समुदाय नहीं पहचान पा रही है। लिहाजा आज आपके जल जंगल और जमीन से खदेड़ा जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आदिवासी बाहुल्य आफ्रीका महादीप के 42 देशों के 36 देश जहां भुखमरी से जूझ रहा है। आखिर जिम्मेदार कौन है। इसलिए आज छत्तीसगढ में आदिवासियों को सरकार होना चाहिए। दुर्भाग्य है कि 34 प्रतिशत आदिवासी होने के बावजूद भी मुख्यमंत्री किसी और समाज का बनता है। अब हमें कसम खाना चाहिए कि हम छत्तीसगढ सरकार का माइंड को फेक्चर कर देंगे। उन्होंने गोंडवाना का इतिहास में रानी दुर्गावती की वीरता की युद्ध को बताया और कहा हम चुनावी लड़ाई नहीं बल्कि युद्ध कर छत्तीसगढ़ में राज करेगें। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में भरतपुर से कोंटा तक गोंडवाना का विधायक बनाने के लिए एक वोट नहीं 1-1 लाख चाहिए। और कसम खाना होगा तथा भाजपा और कांग्रेस पार्टी नकार कर गोंडवाना सता कायम करना होगा तभी आदिवासियों का विकास कर सकेगें।
इस दौरान पार्टी राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम ने कहा आज तक भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने आदिवासियो को न्याय नहीं दिया तो क्या अब मिलेगा इस भ्रम में मत फंसिए कि इनके हुकूमत में यहां के मूलनिवासियों को राज मिलेगा।
इस कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा पार्टी राष्ट्रीय संगठन मंत्री नंदकिशोर राज ने कहा कि इतना बड़ा देश जहां व्यवस्था इतना खराब है जिसे हमें बदलने की जरूरत है।
पार्टी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम शामिल सभी लोगों ने छत्तीसगढ में गोंडवाना का सरकार बनाने के लिए संकल्प लिया और कहा कि हम अब चुनाव युद्ध करेंगे और जीत कर सरकार बनायेंगे।