गोंडवाना समग्र क्रांति के तत्वाधान में गोंडवाना महासभा का भेड़ाघाट स्थित बड़ादेव स्थल में हुई बैठक, जिसमें 14 मई को बड़ादेव स्थापना कार्यक्रम आयोजित करने का लिया गया निर्णय।
गोंडवाना समग्र क्रांति के तत्वाधान में गोंडवाना महासभा का भेड़ाघाट स्थित बड़ादेव स्थल में हुई बैठक, जिसमें 14 मई को बड़ादेव स्थापना कार्यक्रम आयोजित करने का लिया गया निर्णय।
GCG NEWS,गोंडवाना उदय, 19 अप्रैल 2023, वैसे तो विश्व भौगोलिक क्षेत्र में गोंडवाना पांच महादीपो का समाहार का नाम है,कुछ भी हो हर समाज अपनी मातृ भाषा और साहित्य का विकास करना चाहती है। जिस प्रकार कालांतर भारत राष्ट्र में स्थित मध्य भू भाग जहां गोंडवाना पृथक एक राज्य था, जो 52 गढ़ 57 परगना को समेटे जिस राज्य का अपना इतिहास अपना मातृभाषा संस्कृति साहित्य था। उसी प्रकार गोंडवाना का देव देवालय, गढ़ किला ऐतिहासिक रूप से एक धरोहर था। अमूमन गोंडवाना कालखंड खत्म होते ही मातहत गोंड राजवंश का भाषा धर्म संस्कृति विलुप्त होते जा रहा है। जिसे बचाना है।
ऐसी उद्देश्य को लेकर अखिल गोंडवाना महासभा के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बने दीपेंद्र मरावी की अध्यक्षता में एक दिवसीय बैठक आयोजित किया गया। गोंडवाना समग्र विकास क्रांति के तहत सरस्वती घाट भेड़ाघाट गोंड समाज बड़ादेव देवालय मैं बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें आर्थिक सामाजिक धार्मिक गतिविधियों पर चर्चा की गई बैठक में आए आदिवासी संगठनों के पदाधिकारियों ने बारी बारी से अपना विचार रखा गया, और समाज की दिशा और दशा पर प्रकाश डाला गया एवं 14 मई को बड़ा देव स्थापना करने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम को बड़ा एवं सफल बनाने के लिए समाज के बुद्धिजीवियों को भी इस कार्यक्रम में निमंत्रण देने पर भी चर्चा की गई और इसी दरमियान सर्वसम्मति से अखिल गोंडवाना महासभा जबलपुर के जिला कार्यवाहक अध्यक्ष दीपेंद्र मरावी को बनाया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ समाजसेवी मांगीलाल मरावी ने बताया कि बड़ादेव की स्थापना भव्य रूप से किया जाएगा। जिसमें भूमका बैगा हमारे पंडा पुजारियों का अहम योगदान रहेगा और उन्हीं के मार्गदर्शन से गोंडी रीति रिवाज से बड़ादेव की स्थापना किया जाएगा बैठक में उपस्थित रहे जिलाध्यक्ष अखिल गोंडवाना महासभा जबलपुर ओमप्रकाश मरकाम, बसंत तेकाम पाटन, सुखदेव धुर्वे बिल्हा, बृजभान धुर्वे भीटा, केश कुमार सरवटे परासिया, भारत बाबा बनखेड़ी, राजेश जैन जबलपुर, गोपाल उईके जबलपुर, ओमप्रकाश वरकडे शाहपुरा, आदि उपस्थित हुए!