(विशेष संवाददाता द्वारा कोरिया)
“कोरिया छत्तीसगढ, पोडी बचरा/GCG NEWS/ 24 जून 2023, छत्तीसगढ़ राज्य का उतरी सरहदी क्षेत्र कोरिया जिला जो संविधान की पांचवी अनुसूचित क्षेत्र से शासित होता है। जहां अनुच्छेद 244/1 कायम है। इन जिलों में अनूसूचित जन जाति वर्गो के लिए विषेश कानून व्यवस्था कायम है। लिहाजा आज इन इलाकों में भोले भाले आदिवासियों में शिक्षा की कमी और भेदभाव की नीति तथा अज्ञानता एवं जगरूपता का अभाव होना, कामोवेश आज भी दूसरे तबकों के लिए सबसे बड़ी ताकत बन कर उभरी है। वहीं सांवैधानिक तौर पर इन वर्गों के लिए बनी हितों की संवर्द्धन और संरक्षण तथा प्रदत अधिकार महज बिजूल की कौड़ी बन गया है। कुछ भी कहें, सतारूढ़ सरकार कई बार भी अपने पीठ को थपथपा ले। विडंबना है कि विदेशी कर्जों से लदे सतारूढ़ सरकार महज आज तहकीकात की आईने में झांके, तो आदिवासियों का विकास शून्य नजर आता है। वहीं इनके हितों की संवर्द्धन और संरक्षण तथा सुरक्षा की जगह इन्हें जगह जगह उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है। 19 जून 2023 को पोडी बचरा में पुलिस चौंकी प्रभारी द्वारा एक आदिवासी 60 वर्षीया महिला मानकुंवर गोंड को शराब बनाने के आरोप में तथा बिना किसी मादक द्रव्य का जब्ती के बिना जूते से मारना जो भर्त्षना से कम नहीं जिसका हम निंदा करते हैं। तथा प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग करते हैं। उक्त बातें कोरिया जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मति रेणुका सिंह ने कही है।
जैसा की यह घटना छत्तीसगढ राज्य के पुलिस जिला मनेंद्रगढ़ एमसीबी के अंतर्गत दिनांक 19 जून समय 12 करीब पोडी बचरा पुलिस चौकी के अंतर्गत महज 2 किलो मीटर मुख्य मार्ग में बसा ग्राम जिलदा का है। जहां पर घटित हुआ है। पीड़िता मानकुंवर गोंड के द्वारा एस पी मनेंद्रगढ़ को दी एक शिकायत पत्र में बताया है कि मैं अपने घर की खप्परा छानी छाने के लिए अपने समंधी ग्राम बंजी सहित गांव के 3- 4 लोगों को बुला कर खपरा फेरने की काम रही थी। इसी दौरान पोडी बचरा में पदस्थ चौकी प्रभारी,ओम प्रकाश दुबे जो करीब 12 बजे मानकुवर श्याम गोंड के घर पंहुचा और गाली गलौज देने लगा कहने लगा कि गोंड आदिवासी नीच जाति के तुम दारू शराब बनाते हो, तुम्हारे घर में आग लगा दूंगा। धक्का मुक्की करके आंगन में घुस रहा था। इसी दौरान मै जमीन में गिर गई और डर के मारे जमीन से उठकर हाथ जोड़ कर दुबे साहब का पैर पड़ने लगा उसी समय गुस्से में चौकी प्रभारी महिला की हाथ को जूते से कुचल दिया। महिला का हाथ में खून निकलने लगा। इस घटना को लेकर शाम 4 बजे करीब कोरिया एस पी के पास गया, साहब न मिलने पर एक स्टेनो आकर घटना तश्तीफ करने महिला से आकर पूछताछ किया। और कहा गलत हुआ है, दुबे मेरे साथ का है उस को ऐसा नहीं करना चाहिए। कहा विषेश आदिवासी थाना में जाओ, पीड़िता जब विशेष थाना गई, तो पुलिस थाना खड़गवां क्षेत्र होने के कारण मनेंद्रगढ़ जाओ, आजाक थाना के पुलिस यह कहके मुंह फेर लिये कि मामला खड़गवां थाना क्षेत्र का है, वहां कुछ कार्यवाही नहीं होगा। गरीब आदिवासी पीड़ित महिला 20 जून को दुसरे दिन जब मनेंद्रगढ़ गए तो पुलिस अधीक्षक संबंधित थाना प्रभारी खड़गवां से बात किया। और जब मानकुंवर जब खड़गवां थाना आई तो जांच करेगें, जाओ कहके स्थानीय पुलिस विदा कर दिए। दूसरे दिन जब पीड़िता फिर पहुंची तो डॉक्टरी मुलाहिजा कराया गया। कथन दर्ज किया गया। लेकिन अपने ही दबंग चौंकी प्रभारी दुबे जी के खिलाफ रिपोर्ट लिखने में पुलिस का सांसे फूलने लगी। इस इस प्रकार से आदिवासी महिला उत्पीड़न की घटना की जानकारी मिलते ही कोरिया जिला पंचायत के अध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ट महिला नेत्रित्व श्री मति रेणुका सिंह घटना की कड़ी निंदा करते हुऐ कार्यवाही को लेकर मुखर हो गई है। जिससे मामला तुल पकड़ लिया है।
उन्होंने गोंडवाना उदय न्यूज को भेजे अपने प्रेस नोट शोसल मिडिया के माध्यम से कहा है कि यह एक विषेश महिला उत्पीड़न के तहत गंभीर मुद्दा है। तथा गरीब असहाय आदिवासी से जुड़ी इस प्रकार की संवेदन शील मामले में हम गंभीर हैं। तथा हम मांग करते हैं। तथा यह कृत्य लोक सेवक आचरण अधिनियम 1965 के खिलाफ है। इस घटना के दोषी पुलिस चौकी प्रभारी श्री दुबे पर तत्काल प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज कर जांच और कार्यवाही कर गिरफ्तार करते हुऐ जेल भेजा जावे। किसी प्रकार से पीड़िता के साथ समझौता एवं मानसिक दबाव देना बर्दास्त नहीं होगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि शीघ्र कोई कार्यवाही नहीं हुआ तो हम लोकहित में जनांदोलन के लिए मुखर होंगे। जिसका सारी जबावदेह स्थानीय लोक प्रशासन को होगा।