(विशेष संवाददाता द्वारा)
पसान कोरबा/छत्तीसगढ/गोंडवाना उदय/GCG न्यूज ग्रुप, 29 जून 2023 को स्थानीय थाना पसान में तीन माह पहले दबंगई करके एक व्यक्ति का नगद पैसा तथा राजस्व पुस्तिका सहित कुछ अन्य कीमती सामान को मारपीट कर दिन दहाड़े ले गए थे। वहीं अपराधी लोग प्रभावशील होने के कारण उन पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रहा था। फरियादी गरीब आदिवासी था। महज फरियादी लगातार स्थानीय पुलिस से लेकर पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर तक लिखित तौर पर गुहार लगा चुका था। पुलिस प्रशासन दृतराष्ट्र जैसे आंखो में पट्टी बांध लिए थे। इस बात को लेकर फरयादी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के शरण में गया। तीन माह तक कोई न्यायोचित कार्यवाही नहीं होने की दशा में अन्याय अत्याचार के खिलाफ प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए पसान पार्टी ब्लॉक महासचिव मुकेश पोया ने थाना घेरने का ऐलान कर दिया। इसी बीच पुलिस हरकत में आई और आरोपियों सलाखों के पीछे भेज दिया।
लिहाजा पूर्ववत ऐलान के मुताबिक गोंडवाना गणतंत्र पार्टी अपने पूर्व निर्धारित समय के अनुसार 28 जून को पार्टी समर्थन में हजारों की संख्या में लोग रैली प्रदर्शन कर पसान थाने का घेराव कर दिया। उसके बाद लोग सड़क किनारे एक धरना में बैठ गये। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तुलेश्वर सिंह मरकाम जिन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम भूल भुलैया में हैं, आज सरकार में मानवता होती, तो आज हम सड़क में नहीं दिखते। आज पसान थाना में तीन माह से अधिक हुई घटित घटना में कोई कार्यवाही न होना बेहद दुःखद पहलू है। उन्होंने छत्तीसगढ सतारुढ सरकार के नाक के नीचे ऐसे कई शर्मनाक घटनाएं होती है, दब जाती है। ऐसी घटनाओं का हम विरोध करते हैं।
उन्होंने धरना प्रदर्शन में शामिल सभी लोगों को कहा कि इस देश में भाजपा और कांग्रेस की राजनीति होती है, इसलिए अब दोनों के बीच गोंडवाना का राजनैतिक टक्कर हो गया है। पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मरकाम ने कहा कि हम सरकार को दिखा देना चाहते हैं कि सता किसे कहते हैं? आज यहां के रेत पत्थर में पैसा है, पर सरकार यहां के लोगों को लूट लिया। वहीं इन क्षेत्रों में सरकार गरीब आदिवासियों का जमीन वापसी के मामले में धारा 170 ख के मामले में लौटान था,आज मौन है। याने गरीब आदिवासियों को उपर उठाने वाला कोई नहीं है। यहां तक यहां का मुख्यमंत्री भी नहीं। आज दुखद पहलू यह है कि आज हमारे समाज में राजनैतिक चेतना नहीं आया, जो आज कांग्रेस भाजपा के लिए सबसे बड़ी ताकत बन गया है। वहीं उन्होंने कहा कि, आज कौड़ी के लोग राज कर रहे हैं। इसलिए आज हम समाज में राजनीतिक चेतना देना चाहते हैं। उन्होंने कहा आज गोंडवाना को खत्म करने का सबसे बड़ा खेल समाज के दलालों द्वारा खेला जाता है, जिनको उनका दलाली का इनाम तो मिल जाता है पर गोंडवाना राज नहीं। जिससे हमें बेहद अफसोस है। जिनसे हमें बचने की जरूरत है। लोग गुमराह करते हैं कि भाजपा कांग्रेस में आ जाओ। इसलिए हमारा संदेश है, कि वोट हमारा, राज तुम्हारा, अब नहीं चलेगा, नहीं चलेगा। आज लोग हमारे समाज में पैदा लिए जो सांसद विधायक बने। पर जीते हैं, दूसरों के लिए। आज हमारे लोग गरीबी के कारण बदनाम हो रहे हैं। उन्होनें कहा यह खून में आपका अधिकार है। इसलिए मैं अपना खून देकर आपका कर्ज को अदा नहीं कर सकता। मैं इतना ही कहूंगा कि, दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने गोंडवाना के लिए जो सपना देखा था, जिसे हमें पूरा करना है। और आने वाले महज कुछ ही दिनों बाद चुनावी वर्ष 2023 – 24 आने वाला है। मेरा आपसे आग्रह है कि पाली तानाखार विधान सभा क्षेत्र में ऐसा जमीनी काम हो, यहां का विधायक गोंडवाना का हो, जो आपका हो। उसी प्रकार पूरे प्रदेश में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का विधायक चुन कर सदन में पहुंचें। ऐसा काम हो, जो गोंडवाना राज्य निर्माण साकार हो। इस कार्यक्रम में शामिल सभी कार्य कर्ताओ सहित उपस्थित लोगों ने हृदय से पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तुलेश्वर सिंह मरकाम जी के उद्बोधन का सम्मान किया। और गोंडवाना को जिताने के संकल्प लिया।
आयोजित कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में शामिल गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के वरिष्ट पदाधिकारी एवं पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय सिंह ने अपने आसंदी से कहा कि, हम गोंडवाना का जैसा भी विश्लेषण करें, पर एक विचार पैदा हुआ है। लिहाजा सामाजिक और राजनीतिक बदलाव आया। इसी चेतना और चिंतन से गोंडवाना मंच को मजबूती मिली। जिससे आज मूल निवासी,आदिवासियों के बीच राजनीतिक तस्वीर बदलने लगी है।
आज हैरानी इस बात की है कि, आज पूरे देश में ईमानदार और गरीब आदिवासियों को हटाया जा रहा है। जिन्हें विकास के नाम पर उनके जल जंगल और जमीन से उन्हें बेदखल किया जा रहा है। किसका हम घोर विरोध करते हैं। आज देश में भ्रष्टाचार का जो बबंडर उठा है। जिसका जिम्मेदार भाजपा और कांग्रेस पार्टी है। ऐसे ही भ्रष्टाचारियों ने देश की साख को आग में झोंक दिया है।
पार्टी राष्ट्रीय महामंत्री डॉ उदय सिंह ने कहा आज भाजपा और कांग्रेस पार्टी की आलोक तांत्रिक और धर्मान्ध ताकतों के चेहरे खोदे जाएं तो इनके काले दिन के बाद जब गोंडवाना का सूरज निकलेगा तो इनके चेहरों को अच्छी तरह उजागर करेगा। उन्होंने कहा हमें अपने पूर्वजों का 18 वर्षों का गोंडवाना साम्राज्य से प्रेरणा लेना चाहिए। जिन्होंने अपने ईमानदारी के दम पर पांच तोले सोने का स्वर्ण मुद्रा चलाया था। जो विश्व में किसी ने नहीं चलाया। आज हमें अपने पूर्वजों का इस इतिहास को हमें जानना होगा। आज इस देश का दुर्भाग्य है कि, भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे नेता इस देश का सता हांक रहे हैं। उन्होंने कहा की लोग गुमराह करते हैं कि, भाजपा और कांग्रेस पार्टी में आ जाओ, अब नकार दीजिए। और संकल्प लीजिए कि गोंडवाना का विधायक बनाना है।
इस कार्यक्रम में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश महासचिव कुलदीप सिंह मरकाम ने कहा राजनीति समाज बदलने का एक माध्यम है। इस देश में अनेक आंदोलन हुए, जिसका कोई राजनीतिक सरोकार नहीं था। उन्होंने कहा गोंडवाना प्रक्षेत्र में 150 इश्वी से लेकर ब्रिटिश सल्तनत काल तक गोंडवाना वंश के लोगों ने राज किया। आज हमारे लोगों को अपने इतिहास की थोड़ी बहुत सही जानकारी होता तो छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश क्या दिल्ली के तख्त पर राज होता। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि आपको फिर से गोंडवाना राज्य लाना है तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को सता में लाना होगा। और इस क्षेत्र में गोंडवाना का विधायक बनाना होगा। इस कार्यक्रम में पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष शिवराम मार्को ने छत्तीसगढ सरकार की लचर व्यवस्था को लेकर कहा कि उल्टा नापने वाली भूपेश सरकार को आने वाले समय में बदलने की जरूरत है। वहीं कार्यक्रम का संचालक मुकेश पोया ने कार्यक्रम में आए अभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुऐ कहा कि, अन्याय अत्याचार के लिए हमारी पार्टी सदैव गरीबों के साथ है। आने वाले चुनावी दौर में पाली तानाखार मे गोंडवाना का विधायक हो। हम सभी लोग संकल्प लेकर जाएं और गोंडवाना का बिगुल फूंक दें, मेहनत करें और पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी के सपनों को साकार करें। आयोजित कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग पहुंचें,और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जमीनी स्तर पर काम करने का संकल्प लेकर गए। यह तो साफ है अब गांव के लोग अपने सवैधानिक अधिकार के लिए सजग हैं। गौरतलब यहां की एकजुटता ही भविष्य की चुनावी समर 2023 – 24 पाली तानाखार की इतिहास पलट सकती है। कोई शंदेह नहीं।