कोरिया जिला स्थित ग्राम तामडांड में पारंपरिक गोंडवाना सामाजिक महासभा हुआ संपन्न, समाज में आर्थिक स्वावलंबन के लिए अन्न कलश बचत बैंक को किया गया प्रोत्साहित।।
कोरिया जिला स्थित ग्राम तामडांड में पारंपरिक गोंडवाना सामाजिक महासभा हुआ संपन्न, समाज में आर्थिक स्वावलंबन के लिए अन्न कलश बचत बैंक को किया गया प्रोत्साहित।।
12 मई 2025, तामडांड कोरिया / छत्तीसगढ़, जैसा कि गोंडवाना पारंपरिक सामाजिक महासभा का आयोजन ग्राम तामडांड बड़ादेव आस्था केंद्र के समीप आयोजित किया गया। गौरतलब 1998 में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय के नेतृत्व 34 दिन तक जमीन के मुद्दे को लेकर यहां आंदोलन भी हो चुका है। वहीं उक्त भूमि पर सामाजिक संपदा और सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत आर्थिक स्वावलंबन को लेकर पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी के विचार दर्शन के अनुरूप समाज को लाख वान बनाने के लिए आसपास के सामाजिक कार्य कर्ताओं द्वारा 10 लाख मिर्च लगाने का योजना तय हुआ था। और शुरुआत भी किया गया और आय भी अर्जित होने लगा था। बीच में कुछ कारणों से मिर्च आंदोलन गति धीमी पड़ गया था। जिसे फिर से शसक्त बनाने के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक-पाली तानाखार के द्वारा समाज को आर्थिक स्वावलंबन के क्षेत्र ऊपर उठाने के मिर्च आंदोलन की शुरुआत ग्राम तामडांड के मुख्या रामसेवक मरकाम के यहां मिर्च बीज का थहरा किया गया। जिस कार्यक्रम में क्षेत्रीय जिला पंचायत कृषि सभापति स्नेहलता उदय, पार्टी के राष्ट्रीय महा सचिव श्याम सिंह मरकाम, राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय सिंह सहित स्थानीय सरपंच राजकुमारी मरकाम, गोंडवाना उदय न्यूज के ब्यूरो चीफ रिमा सिंह पोरते भी प्रमुख रूप से शामिल रहे।
आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि तुलेश्वर सिंह मरकाम ने उपस्थित समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के लोगों के साथ जगह जगह शोषण और लुट हो रहा है, इसीलिए एक जुट होने की जरूरत है। पूर्व में यहां मिर्च आंदोलन चला था, वह आपके स्वाभिमान को जगाने का आंदोलन था। आज जंगल में घुसेंगे तो जंगल के अधिकारी पकड़ लेते हैं, किसी सरकारी जमीन में दखल देते हैं, तो राजस्व अधिकारी, वहीं समाज से छोड़कर जाने पर भाजपा कांग्रेस के लोग पकड़ लेते हैं। पकड़ाने के बाद क्या हश्र होता है। सबको पता है। इसीलिए बिखर कर मत जाइए एक साथ चलिए किसी का हिम्मत नहीं, कि आपको नुकसान पहुंचा सके। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप शामिल हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय सिंह ने अपने आसंदी से कहा कि आज समाज के लोगों में केचुली चढ़ गया है, लोग दिशा हीन क्षेत्रों में दौड़ रहे हैं। समाज के जितने भी कर्मवीर हुए हैं अपना धरातल खुद ही बनाए हैं। जिन्हें आज जन जन तक जानते हैं। आज चावल पैदा हम करते हैं, पर दूसरे के दुकान में क्यों जाना पड़ता है। इस नीति को आज बदलने की जरूरत है। आज हमें अपने कर्मों पर भरोसा करना है इस लिए यह मिर्च लगाना गोंडवाना का सामाजिक आंदोलन है। इसमें सामाजिक, आर्थिक, भाषाई और ऐतिहासिक क्रांति निहित है। डॉ उदय ने अफसोस जताते हुए कहा कि गोंड घर में गोंडवाना के नाम पर नौकरी किये, गोंडवाना के नाम पर सांसद विधायक मंत्री तक हुये पर दूसरे के जीते हैं। आज हमारा भाषा धर्म संस्कृति गोंडी है, जब हम गोंडी लिखते हैं तो लोग ऊपर से नीचे तक देखते हैं, जब आप हिन्दू सिक्ख ईसाई लिखते हैं तो कोई नहीं देखता। वहीं हमारे लोग अपना तनखा का पैसा को माउंट आबू और हरिद्वार के धामों में भेजते हैं, यही पैसा आज समाज में आता तो समाज आगे बढ़ता, उन्होंने कहा बताइए स्वर्ग कितने दूरी पर है क्या वहां आपको आरक्षण है। इसलिए यह मिर्च आंदोलन नहीं, बल्कि सामाजिक संपदा और सामाजिक उत्तरदायित्व जो आर्थिक स्वावलंबन है, जिसे साकार करना है,जिसे जन जन तक पहुंचाना है। लोहा के कारखाना वाले लोहा को नहीं खाएंगे, इसलिए निश्चय ही गोंडवाना को नहीं झुका पाएंगे। सामाजिक कार्यक्रम में शामिल डॉ उदय ने कहा कि आज पूरे देश कंगाल हो गया है, करीब 2 सौ हजार करोड़ रूपये का विदेशी कर्ज है। उन्होंने कहा आज समाज को भाजपा और कांग्रेस से बहुत प्यार है, आज इनके भाषावार राज में गोंडवाना के लोगों को उड़िया तेलगु पढ़ा रहे हैं, समाज का असली गोंडी मातृ भाषा को छोड़ दिये। जो अपने मां को नहीं पहचान सके उसका दुनियां में कोई सम्मान नहीं हो सकता। इसके लिए ऐतिहासिक आंदोलन होनी चाहिए।
उन्होंने सामाजिक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को आव्हान किया कि आप अपने स्वाभिमान को जगाने के लिए आगे आएं, और अपने इज्जत अस्मिता की रक्षा करें।
आयोजित कार्यक्रम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम ने समाज के लोगों को कहा कि हमारा काम आपका स्वाभिमान को जगाना है, इसलिए पहले आर्थिक स्वावलंबन के क्षेत्र में आगे आइए।
इस अवसर पर कार्यक्रम का अध्यक्षता कर रहे, कोरिया के जिला पंचायत कृषि सभापति ने कहा कि आज यह मूलनिवासियों की प्रतिष्ठा की लड़ाई है, आज ममता और सहयोग मूलनिवासियों में जिसकी आकांक्षा हम औरों से करते हैं। उन्होंने कहा कि, मंदारी बंदर को दो रोटी कम क्यों खिलाता है? क्योंकि बंदर मंदारी के इशारे में नाचेगा, उसी प्रकार यहां के मूलनिवासियों को सरकार अज्ञानता वश नचाती है। आज बिना आर्थिक चिंतन के राजनैतिक चेतना के क्षेत्र में आपके संवैधानिक और नैतिक अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय ग्राम पंचायत तामडांड के सरपंच राजकुमारी मरकाम ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया, वहीं मुख्य रूप से गोंड समाज विकास समिति के जिला अध्यक्ष ज्वाला सिंह आयाम, गोंडवाना समग्र विकास क्रांति के अध्यक्ष राम सेवक मरकाम, गोंडवाना के वरिष्ठ पदाधिकारी महीपाल सिंह कुसरो सहित उदयभान उईके पूर्व सरपंच, दिलीप सिंह उईके, सूरीत मरावी, महिपाल पोरते सहित समाज के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। ग्राम तामडांड में कार्यक्रम के बाद ग्राम जिल्दा सरहदी क्षेत्र में स्थापित बड़ादेव आस्था स्थल में पूजा अर्चना किया गया तत्पश्चात विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम ने उपस्थित माताओं को समाज में अन्न कलश बचत बैंक स्थापना के लिए स्वयं एवं उपस्थित समाज सब मिलकर 4060 एवं किलो चावल प्रतिदिन बचत करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।