कोरिया जिले के बैमा में हुई आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर तेजाब से जलाने की मामला से आंदोलन हुई तेज, समाज के नेताओं ने सड़को पर बैठ कर लगाई न्याय की गुहार, युवती के ईलाज पर 27 लाख रुपए का डॉक्टरी खर्चा आखिरकार जिम्मेदार कौन, घटना के दोषी पुलिस विवेचक और चिकित्सक पर कानूनी कार्यवाही की उठी मांग। प्रशासन 5 दिन के भीतर कार्यवाही कराने का दिया निर्देश। आदिवासी समुदाय द्वारा कार्यवाही न होने पर मनेंद्रगढ़ होगी अनिश्चित कालीन जन आंदोलन।

    (कृष्ण कुमार कोराम ब्यूरो चीफ कोरिया द्वारा)

 कोरिया बैकुंठपुर, गोंडवाना उदय न्यूज ग्रुप, 1 मार्च 2024, छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार आदिवासी समुदाय के गरीब युवती के साथ ऐसी सामूहिक दुष्कर्म कर जलाकर मार डालने की उद्देश्य से इस प्रकार की संवेदनशील मामले सामने आया है।

इस घटना को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय सिंह ने जिलाधीश कोरिया को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन पत्र सौपते हुऐ कहा है कि आदिवासियों की हितों की रक्षा के लिए निहित भारत के संविधान की अनुच्छेद 366 मे परिभाषित तथा 342 में आदिवासी अनूसूचित क्षेत्र घोषित तथा 244 (1) 5 में लागू विधि कानून ,1996 पैसा कानून, अनुच्छेद 14 समता के अधिकार, अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 जैसे आदिवासियों के लिए निर्मित अनुसूचित कानून के बाबजूद भी इन इलाकों में इस घटना की तीव्र निंदा करते हैं। डॉ उदय ने सामूहिक बलात्कार कर तेजाब से जलाने की घटना को अति संवेदनशील और अमानवीय कृत्य करार देते हुए जिसे भोले भाले आदिवासी समाज के लिए बेहद घातक बताया है। और कहा है कि इस प्रकार से निर्दयता के साथ घटित घटना में पोडी बचरा के प्रभारी सहित जो राजपत्रित पुलिस विवेचना अधिकारी है जिन्होंने जांच में व्यापक चूक किया है, जो घटना बेहद गंभीर है। वहीं जिला अस्पताल के मेडिकल जांच अधिकारी ने 20 दिनों तक उपचार किया। एसिड जैसे खतरनाक कैमिकल से जली युवती को सहजता से डिस्चार्ज किया गया। आखिर वजह क्या था। जो काफी गंभीर स्थिति में आज रायपुर स्थित एक निजी चिकित्सालय में जीवन और मौत से जूझ रही है। उन्होंने कहा आखिर जिम्मेदार कौन?

उन्होंने पांचवी अनुसूचित जनजाति इन इलाकों में आदिवासियों के हितों की संरक्षण और संवर्धन के लिए तथा इस प्रकार से घटित घटनाओं से अत्याचार से पीड़ितों के लिए केंद्रीय सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के हर अनुसूचित जिलों में अप्रैल 2016 से अत्याचार से पीड़ितों के लिए आकस्मिता योजना संचालित है।आखिरकार इन वर्गो से कोरिया जिला में इन वर्गो के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया गया है। जहां बिलासपुर आदिवासी विकास विभाग द्वारा मापदंड के अनुरूप 3 लाख 75 हजार रुपए लैंगिक अत्याचार में पीड़ितों को संदाय किया गया है। लेकिन कोरिया जिला में 2020 के पूर्व जो सहायक आयुक्त पदस्थ थे। पीड़ितों को 1 लाख 50 हजार रुपए से अधिक नहीं दिया। जिस तथ्य को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ उदय ने अपने ज्ञापन में कहा कि ऐसे गैर वर्ग के दोषी अधिकारी पर कार्यवाही हो, और अत्याचार के पीड़ितों को राहत राशि प्रदत किया जाए। उसके अतिरिक्त पोंडी बचरा पुलिस चौकी के अंतर्गत ग्राम अमका में गरीब आदिवासी सुखराम गोंड के पैर को निर्दयता के साथ गैर वर्गों द्वारा बांध कर अमानवीय तरीके से मारपीट किया गया था, अत्याचार के नाम पर आदिवासी पीड़ित से खड़गवां थाना में जाति प्रमाण पत्र जमा करवाया गया। आज पर्यंत इस धारा को नहीं जोड़ा गया। जो गंभीर मामला है पुन: जांच कर उचित कार्यवाही कार्यवाही की बात कही है। 

 अमूमन तीन माह पूर्व एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक बलात्कार कर तेजाब डाल कर जलाने जैसे गंभीर मामला को लेकर जिला मुख्यालय बैकुंठपुर आदिवासी समुदाय सड़को पर उतरी, और इस गंभीर मामले के दोषी विवेचक तथा पोंडी बचरा के चौकी प्रभारी द्वारा जानबूझकर इस घटना को फर्जी दस्तावेज कर आरोपियों को बचाने के जल्दबाजी में सौंपने से उपजी आक्रोष तथा बैकुंठपुर जिला अस्पताल के चिकित्सको द्वारा सही जांच न कर उपेक्षा बरतने पर उपजी हालात जिसका खामियाजा है कि पीड़ित युवती रायपुर के निजी चिकित्सालय कालडा में जीवन और मौत से जूझना पड़ रहा है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है ईलाज के लिए 27 लाख रूपये का खर्च आएगी।  घटना को लेकर प्रदेश भर में आदिवासी समुदाय में उबाल आ गया है। इस घटना के विरोध में संपूर्ण आदिवासी समाज जिला मुख्यालय कोरिया में मुखर विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन द्वारा दोषी तत्वों पर कठोर कानूनी कार्यवाही कर पृथक से घटना की न्यायिक जांच कर पुन: चालान सीट जमा होने पर न्यायालय की प्रक्रिया शुरू हो। इस दौरान बैकुंठपुर के घड़ी चौक में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय ने इस घटना की तीव्र भर्त्षना करते हुए, घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग किया है। और आदिवासी समुदाय के आंदोलन कारियो से मुख्य सड़क मार्ग में बैठ कर सामूहिक दुष्कर्म कर तेजाब से जलाने की मामले का व्यापक विरोध जताया। और प्रशासन से तत्काल समुचित चिकित्सा व्यवस्था के लिए आर्थिक तौर पर प्रशासन से मदद करने की बात कहा है। वहीं इस घटना के दोषी हैं निष्पक्ष कार्यवाही हो। जिन पर  दांडिक कार्यवाही की जावे। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला कोरिया के सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष सूर्यप्रताप सिंह, गोंडवाना स्वदेेश के संस्थापक रमेश ठाकुर रायपुर, उदय सिंह सिंदराम अध्यक्ष सरपंच संघ, गोपाल सिंह कमरों जिलाध्यक्ष गोगपा कोरिया,किसान, कोरिया, विजय सिंह पटना, राजा गितगार सिंह संभागीय उपाध्यक्ष गोंगपा, राम नारायण सिंह टेकाम अध्यक्ष गोंगपां बैकुंठपुर, बृज मोहन पोया प्रदेश संयोजक बहुजन समाज, मोतीलाल पैकरा जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज सूरजपुर, महिपाल सिंह उईके संभू सेना कोरिया, चंद्रप्रताप मरावी, गोपाल सिंह सिंदराम पूर्व जिलाध्यक्ष गोगपा, सरपंच रामतोष सिंह बैमा, डॉ आर पी सिंह पूर्व चिकित्साधिकारी जिला संयोंजक सर्व आदिवासी समाज, सर्वजीतसिंह आयाम अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज पोडी बचरा, राम प्रसाद सांडिल्य अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज खड़गवां, संतोष सिंह नेटी, राजेंद्र प्रधान संवाददाता, जी सी जी न्यूज खड़गवां सहित हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।

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