पसान स्वास्थ्य केंद्र में बेहतर प्रसव सेवा, दुर्भावना पूर्वक पत्रकारिता के आड़ में कुछ तत्वों द्वारा भ्रामक खबर लगा कर करते हैं भयादोहन। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ उदय सिंह ने लिया घटना की जायजा, और कहा आदिवासी चिकित्सको व कर्मचारियों पर दुर्भावना पूर्वक तथ्य हीन भ्रामक खबर लगाने के दोषियों को बक्शा नहीं जाना चाहिए।
पसान स्वास्थ्य केंद्र में बेहतर प्रसव सेवा, दुर्भावना पूर्वक पत्रकारिता के आड़ में कुछ तत्वों द्वारा भ्रामक खबर लगा कर करते हैं भयादोहन। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ उदय सिंह ने लिया घटना की जायजा, और कहा आदिवासी चिकित्सको व कर्मचारियों पर दुर्भावना पूर्वक तथ्य हीन भ्रामक खबर लगाने के दोषियों को बक्शा नहीं जाना चाहिए।
कोरबा पसान, छत्तीसगढ़, 25 मार्च 2023, जिले उतरी सरहदी इलाका पसान जो जहां शत प्रतिशत जन जाति बाहुल्य इलाका है। यह क्षेत्र सर्वोपरि कई चुनौतियों से जूझ रहा है। एक ओर अशिक्षा गरीबी कुपोषण तथा बुनियादी चिकित्सा सुविधाएं जो मुख्य रूप से समस्याओं का जड़ है। वर्तमान मौजूदा हालात में दुखद सच्चाई तो यह है कि किसी भी मुद्दे की गहराइयों को समझे बगैर तथा कुछ पत्रकार बिना डिग्री डिप्लोमा लिए जो जनता के हित में जो आवाज उठाने की ठेका लेकर सेवारत शासकीय कर्मचारियों को मानसिक तनाव एवम प्रताड़ना का शिकार बना रहे हैं। जो घातक पहलू है।
जैसा की सूत्रों की मानें तो बीते दिनों 21मार्च 2023 को एक महिला की गर्भपात होने जैसे स्थिति में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान में मध्य रात्रि करीब प्रसव पीड़ा बता कर महिला के पति द्वारा 112 को कॉल कर अपने पत्नि को लेकर अस्पताल पहुंचा था। सूचना पाते ही तत्काल स्थानीय चिकित्सा अधिकारी जो एम बी बी एस सर्जन हैं जिनके द्वारा प्रसव संबंधी मामले से जुड़ी लक्षण जिस दौरान महिला चिकित्सा कर्मी साथ में थी बताया गया, प्रसव से जुड़ी महिला मरीज जिसके पेट में मृत बच्चे की लक्षण होने पर बेहतर प्रसव सेवा के लिए गौरेला स्थित शासकीय जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया था। रेफर होने के बाद महिला की पति जिला चिकित्सालय में न ले जाकर कुदरी स्थित एक चिकित्सालय में ले गया था। जहां मृत बच्चे की पैदा होते ही पसान के चिकित्सा अधिकारियों के खिलाफ जहर उगलना शुरु कर दिया और ऐसे मौके में कोटमी निवासी एक कथित पत्रकार बताने वाले के साथ मिलकर भ्रामक बेव ख़बर लिंक मे शेयर कर कुचक्र प्रारंभ कर दिया। सर्वविदित तो यह है कि पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साल मे सैंकडों प्रसव सफलता पूर्वक स्थानीय चिकित्सको एवम महिला नर्सों द्वारा किया जाता है। क्या इकलौता मामला है कि कोई चिकित्सा अधिकारी एवम कर्मचारियों ने पदीय दायित्व कृत्यों के विरुद्ध क्रूरता पूर्वक जानबुझकर किसी महिला के पेट को दबाया होगा। जो झूठी मामले को पत्रकार द्वारा भ्रामक खबर बना कर परोस देने यह तथ्य लोगों की गले की फांस बन गई है। जो निंदनीय है।
लोकहित में उक्त घटना को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय सिंह ने पसान स्थित घटना से जुड़े संबंधित चिकित्सालय के स्वास्थ्य कर्मियों तथा चिकित्सा अधिकारियो से जानकारी लिया। लिहाजा प्रसव पीड़ा से जुड़े सभी खबर बेबुनियाद तथा भ्रामक निकला। इस खबर को लेकर संबंधित व्यक्ति जो अपने को ब्यूरो चीफ बताया है जिसे पत्रकारिता की भाषा तक मालूम नहीं, यहां तक जिस स्वास्थ्य महिला कर्मी जिनका प्रसव संबंधी कोई डीवटी नहीं, जिसे बार बार खबर चला कर अपमानित किया जा रहा है। न खबर लिखने के पूर्व सबंधित जानकारी चिकित्सा अधिकारियों से पूछा गया, क्या यही पत्रकारिता है। सूचना के मुताबिक प्रिंट मीडिया मे प्रकाशित खबर जो जिसका सूचना एवम प्रसारण मंत्रालय से समाचार पत्र RNI रजिस्टर्ड नहीं है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय सिंह इस प्रकार से आदिवासी समुदाय के स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारियों के साथ उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे ताकतों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही कराने को लेकर लोकहित में आदिवासी समुदाय के कर्मचारी आधिकारियों की संरक्षण को लेकर उचित कानूनी कार्यवाही करने में साथ रहेगी। तथा पार्टी शीघ्र ऐसे भ्रामक ख़बर प्रकाशन कर शेयर करने वाले तत्वों पर कठोर कार्यवाही करवाएगी है। जिससे आदिवासी समुदाय के कर्मचारी आधिकारियों की मनोबल हतोत्साहित न हो।