सेंदुरगढ़ कोयला प्रबंधन की करतूत, प्रभावित आदिवासी ग्रामीणों ने कोरबी से रानी अटारी तक सड़क प्रदूषण को लेकर किया धरना प्रदर्शन तो सब मैनेजर शर्मा ने कहा आदिवासी महिला हो धूल नहीं खाओगे तो क्या खाओगे? वहीं कोरबी पुलिस चौकी में जाकर स्थानीय जनपद पंचायत सदस्य सहित कई लोगों के खिलाफ सब एरिया मैनेजर शर्मा ने करा दिया मामला दर्ज। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने इस घटना की किया तीव्र निंदा। आंदोलन की चेतावनी।
सेंदुरगढ़ कोयला प्रबंधन की करतूत, प्रभावित आदिवासी ग्रामीणों ने कोरबी से रानी अटारी तक सड़क प्रदूषण को लेकर किया धरना प्रदर्शन तो सब मैनेजर शर्मा ने कहा आदिवासी महिला हो धूल नहीं खाओगे तो क्या खाओगे? वहीं कोरबी पुलिस चौकी में जाकर स्थानीय जनपद पंचायत सदस्य सहित कई लोगों के खिलाफ सब एरिया मैनेजर शर्मा ने करा दिया मामला दर्ज। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने इस घटना की किया तीव्र निंदा। आंदोलन की चेतावनी।
रानी अटारी सेंदूरगढ़ /कोरबा गोंडवाना उदय न्यूज ग्रुप इंडिया/GCG NEWS/ 22 जनवरी 2023, जाहिर तौर पर बात साफ है कि युगों युगों से बसने वाले आदिवासी समाज को सरकार कानून और व्यवस्था का सवाल दाग कर अपंग बना रही है। जबकि 5वीं अनुसुचित हलकों में भारतीय संविधान की 29 (1) जिन्हें राष्ट्रपति और राज्यपाल से आदिवासियों को पूर्ण सुरक्षा का अधिकार है।
लेकिन विडंबना है कि एस ई सी एल प्रबंधन आदिवासियों का भूमि अधिग्रहण की कानून की धज्जियां उड़ा दिया है, इन क्षेत्रों में राज्यपाल को भूमि बेचने का अधिकार है कलेक्टर को नहीं।
ऐसे ही घटना कोरबा जिला के उतरी सरहदी इलाका पसान थाना क्षेत्र से सटा हुआ गांव बीजाडांड है। जहां पर घनघोर तीरिया जंगल को उजाड़ कर चिरमिरी सह प्रबंधन के रुप में एस ई सी एल ने भूमि अधिग्रहण किया है। लिहाजा जहां कोयला खदान आबंटन के साथ कोयला उत्पादन जारी है। करीब दो दशक से अधिक यहां कोयला उत्खनन कार्य हो रहा है। कोयला प्रबंधन द्वारा अपने नियम के मुताबिक किसी भी तरह का सी एस आर मद से प्रभावितों को न तो बिजली पानी सड़क चिकित्सा जैसे बुनियादी सुविधाएं आज तक नहीं दे पाया है। जहां के भोले भाले आदिवासी जनता अपनी आवाज को आंदोलन के माध्यम से प्रबंधन और प्रशासन के समक्ष रखना चाहते हैं तो कुचलने का पूरजोर कोशिश किया जाता है।
बीते 20जनवरी 2023 को नियमानुसार स्थानीय जनपद पंचायत सदस्य दीपक कुमार उदय एवम अन्य पंचायत प्रतिनिधियो ने प्रशासन को एक ज्ञापन पत्र देकर स्थानीय प्रशासन का ध्यान केंद्रित किया था। और नियमानुसार स्थानीय ग्रामीणों ने बिजली पानी सड़क निर्माण से लेकर बढ़ती कोल प्रदूषण से प्रभावित ग्रामीणों ने विजय वेस्ट खदान के सामने काम रोको सांकेतिक आंदोलन किया था। जिस दौरान स्थानीय कोल उत्खनन विजय वेस्ट के सब एरिया मैनेजर शर्मा ने दुर्भावना पूर्वक, दुर्व्यवहार करते हुए जानबूझ कर आंदोलन में आए स्थानीय आदिवासी महिलाओं के सामने आकर कहने लगा कि आदिवासी महिला हो, तुम धूल नहीं खाओगे तो और क्या खाओगे?
गौरतलब अपने प्रभाव के दम पर स्थानीय जनपद पंचायत सदस्य दीपक कुमार उदय सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ उत्पादन में बाधा पहुंचाने जैसे हथियार चला कर स्थानीय पुलिस थाना क्षेत्र में मामला दर्ज करा दिया है। इस घटना को लेकर स्थानीय आदिवासी महिलाओं साहित राजनैतिक दल गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आज एक आपात बैठक बर्रा मे बुला कर मामला की धार को तेज कर दिया है। वहीं सूत्रों की मानें तो स्थानीय महिला आदिवासियो ने स्थानीय कई मुद्दों सहित विजय वेस्ट प्रबंधन के सब एरिया मैनेजर शर्मा के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करेंगे। बहरहाल देखना तो यह है कि स्थानीय नेताओं सहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मौजूदगी में इस संबंध में क्या निर्णय होती है। यह तो समय तय करेगी। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए सब एरिया मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग किया है। शीघ्र कार्यवाही न होने पर होगी जबर्दस्त जन आंदोलन करने की दिया चेतावनी।