कोरिया छत्तीसगढ़/ GCG NEWS 15 जनवरी 2022 एक लिहाज से देखें तो, कोरिया जिला जो अलबत्ता, जहां भारतीय संविधान की पांचवी अनुसूची की अनुच्छेद 244(1) जैसे इनके हितों की संरक्षण से जुड़ी एक अहम अधि कार व स्वायतता निहित है। पर इनके अधिकारों की जमीनी हकीकत टूटे बांध की तरह है। जिनके हितों के लिए बनी न्याय इन वर्गों की जीवन के लिए फांस बन गया है। कुछ भी हो गरीबी मिटाने के लिए तूली सतारुढ सरकार इन वर्गों को सामाजिक सम्मान नहीं दे पा रही है।
उक्त बातें गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ एल एस उदय ने एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान न्यूज को दी है। उन्होनें अनुसूचित जनजाति वर्गों के राज नेताओ को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि, राजनैतिक जीवन में लुफ्त उठाने वाले आदिवासी राजनेता भोले भाले असहाय बेटियों के साथ कुछ वर्गों द्वारा हो रहे दुष्कर्म जैसे मामले में सरकार के साथ दृतराष्ट्र जैसे पट्टी बांध लिए हैं।
पार्टी महामंत्री डॉ उदय ने कहा है कि बीते 16 नवंबर 2019 से 15 दिसंबर 2021 के बीच महज तीन वर्षो के अंतराल तक एक अन्य वर्ग का दबंग सदस्य द्वारा एक भोले भाले गोंड आदिवासी युवती के साथ म लगातार भयभीत करते हुए लैंगिक उत्पीडन का शिकार बनाया जो गंभीर संवेदनशील घटना है। आखिरकार आदिवासियों के मसीहा नेता जिनके मुंह आज गोंद क्यों चिपक गया है। जैसा कि जानकारी की मानें तो कोरिया जिला मुख्यालय से सटा हुआ इलाका पटना थाना में कथित तौर पर एक स्थानीय आदिवासी युवती द्वारा विशेष जनजाति थाना में 9 जनवरी 2022 को दर्ज हुये अनाचार के मामले प्रभावशील आरोपी के उपर आई पी सी की धारा 37( 2)N (ढ़) ताहि के साथ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम की धारा 3(2)(v) दर्ज कर पुलिस प्रशासन छू नही
पा रही है। वहीं पीडिता द्वारा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पार्टी महामंत्री कार्यालय को अपने साथ हुये, गंभीर एवं संवेदनशील घटना की जानकारी देते कहा है कि जिस प्रकार से घटना की जानकारी दी है । जिस आधार पर मामले की पुलिस निष्पक्षता पर सवाल उठने लगी है।
पार्टी महामंत्री डॉ उदय ने कहा है कि यदि शीघ्र मामला की निष्पक्षता के साथ जांच व कार्यवाही नहीं किया गया। जनहित के लिए आन्दोलन ही एक विकल्प होगा। इस प्रकार से सरकार इन वर्गों की हितों की रक्षा करने में पूर्णरूप से विफल हो रही है। जो कलह का वातावरण बना कर एक वृहद आदिवासी समाज को आईना दिखाने की कोशिस कर रहीं है।