गाँव को बचाने से ही दुनिया बचेगा, हवा, पानी, भोजन, औषधि सब कुदरत बनाता है, किंतु आज इसे उद्योगपति अपने फैक्ट्री में बना रहे हैं। आज सब कुछ मार्केटिंग बन गया है, जो सर्वोच्च बड़े खतरे का संकेत है – डाॅ. नारवेन कुरूम टेकाम
गाँव को बचाने से ही दुनिया बचेगा, हवा, पानी, भोजन, औषधि सब कुदरत बनाता है, किंतु आज इसे उद्योगपति अपने फैक्ट्री में बना रहे हैं। आज सब कुछ मार्केटिंग बन गया है, जो सर्वोच्च बड़े खतरे का संकेत है – डाॅ. नारवेन कुरूम टेकाम
गाँव को बचाने से ही दुनिया बचेगा हवा, पानी, भोजन, औषधि सब कुदरत बनाता है, किंतु आज इसे उद्योगपति अपने फैक्ट्री में बना रहा है। आज सब कुछ मार्केटिंग बन गया है, जो बहुत बड़े खतरे का संकेत है”- डाॅ. नारवेन कुरूम टेकाम
प्रतापपुर सूरजपुर छत्तीसगढ़/ 27 मई 2024, गोंडवाना उदय न्यूज ग्रुप ऑफ इंडिया, बीते दिनों गोटगवा में आयोजित तीन दिवसीय कोया पुनेम संगत कार्यक्रम में आर्थिक स्वाबलंबन के जनक चिकित्साविद डाॅ. नारवेन कुरूम टेकाम जिन्होंने आयोजित कार्यक्रम में अपने आसंदी से ओजस्वी संगत शैली में प्रवचन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जिन्होने कहा- ” गाँव को बचाने से ही दुनिया बचेगा, हवा, पानी, भोजन, औषधि सब कुदरत बनाता है, किंतु आज इसे उद्योगपति अपने फैक्ट्री में बना रहे हैं। आज सब कुछ मार्केटिंग बन गया है, जो बहुत बड़े खतरे का संकेत है”- हर चीज उद्योग का वस्तु बनते जा रहा है। सब कुछ बाजार वाद के चंगुल में फंसते जा रहा है। जिससे भी भीषण आर्थिक संकट, प्राकृतिक संकट, खाद्यान्न संकट, पानी संकट, आक्सीजन संकट आने से भविष्य में कोई रोक नहीं सकता ।
प्रथम दिवस के प्रवचन में कुल गण व्यवस्था की व्याख्या करते हुए, उन्होंने परिवार की खुशहाली व समृद्धि की उपाय बताया। द्वितीय दिवस में नार व्यवस्था की व्याख्या में गाँव की समृद्धि व खुशहाली के विषय में प्रकाश डाला जिसे सभी लोगों ने बड़ी शालीनता से सुना। तीसरे दिवस के उपलक्ष्य में डॉ टेकाम ने अपने उद्बोधन में समाज व देश में खुशहाली के उपाय बताया, जिससे समाज के लोगों में व्यापक जोश व उत्साह देखा गया । यह तीन दिवसीय संगत कार्यक्रम संगीत से गूंज उठा था, जिसमें दीपन कुमार नेटी व उनके टीम द्वारा संगीत प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में धनसाय मरावी व सीता रानी की संगीत टीम नें सुंदर संगीत प्रस्तुत कर सबका मन मुग्ध कर दिया। हजारों महिला पुरूषों की उपस्थिति में इस संगत कार्यक्रम में विभिन्न गाॅवो के सामाजिक मुखिया गणों की उपस्थिति व सहयोग रहा। गाॅव के पारंपरिक बैगा के द्वारा गोंगो कर पेन शक्तियों का आह्वान किया गया। ग्राम गोटगवाॅ के सभी कार्यकर्ता व महिला पुरुष का विशेष सहयोग रहा। सभी नें दोना, पत्तल, चावल, दाल, सब्जी आदि सहयोग देकर मांदी का व्यवस्था समाज के द्वारा किया गया। आर्थिक गण्ड व्यवस्था/ TRC Pratappur के टीम का भी विशेष सहयोग सहयोग रहा। बेहतरीन मंच संचालन देवचंद भलुवा पंडो जी के द्वारा और आभार प्रदर्शन मुख्य कार्यक्रम प्रभारी चंद्रिका कच्छप आयाम जी के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोगों ने लिया हिस्सा।