सेंट्रल बैंक आफ इंडिया शाखा लहपटरा में जमा संयुक्त खाते की राशि बिना खाता धारकों के हस्ताक्षर के बिना लाखों रुपये की निकासी होने का मामला हुआ उजागर, आदिवासी खाता धारकों में वेहद आक्रोश।

(विशेष संवाददाता द्वारा)

लखनपुर / सरगुजा/ छत्तीसगढ़ GCG NEWS/15 जुलाई 2022, सरगुजा जिले के आदिवासी जनजाति बाहुल्य लखनपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत लहपटरा स्थित सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया शाखा में संयुक्त खाते से खाता धारकों के हस्ताक्षर के बगैर लाखो रुपए आहरण होने का मामला उजागर हुआ है। सूत्रों की मानें तो सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के अंतर्गत ग्राम लहपटरा स्थित सेंट्रल बैंक में जमा  संयुक्त खाते से खाताधारकों के दस्तखत के बगैर लाखों रुपए का आहरण करने का मामला सामने आया है। बहरहाल यह मामला लखनपुर विकासखंड के सुदूर वनांचल ग्राम पटकुरा का हैै। जहां के निवासी मेघनाथ, पीछारो, मुकेश सहित अन्य ग्रामीण जिन्हें नहर की मुआवजा राशि ₹3,48,851 का चेक प्राप्त हुआ था।  वहीं गांव के हीरालाल यादव के द्वारा इन ग्रामीणों का कुन्नी व लखनपुर सेंट्रल बैंक में खाता खुलवाना था।

जिन्हें न खोलवा कर ग्राम लहपटरा स्थित सेंट्रल बैंक में संयुक्त खाता 16 मार्च 2018 को खुलवाया गया। जानकारी की माने तो जिनका संयुक्त खाता मेघनाथ मझवार ,पिछारो मझवार, मुकेश कुमार मझवार, के नाम से खाता क्रमांक 3678 9342 12 में नहर मुआवजे की राशि ₹3,48,851 का चेक बैंक में जमा किया गया। बैंक के द्वारा उक्त चेक का कलेक्शन कर राशि खाते में जमा हुआ। खाता खोलने उपरांत हीरालाल यादव के द्वारा संयुक्त खाता को अपने पास रख लिया। जब खाताधारक ग्रामीण हीरालाल यादव के पास अपना खाता लेने जाते थे, तो हीरालाल यादव बहाना करके जिन्हें बैंक  खाता को न देेने का आरोप है। वहींं उनका कहना है,कि ब्याज बनने दो उसके बाद खाता ले जाना। विगत माह पहले जब ग्रामीण हीरालाल यादव के पास खाता लेने गए तो हीरालाल यादव के द्वारा उक्त बैंक खाता ग्रामीणों को दे दिया। जब ग्रामीण सेंट्रल बैंक लहपटरा पैसा निकालने पहुंचे तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। खाते से पूरे पैसे निकल चुके थे। जिसे लेकर खाताधारक काफी चिंतित है। संयुक्त खाता के खाताधारकों का कहना है, कि चेक जमा होने के उपरांत आज तक वह पैसा निकालने बैंक नहीं आए हैं। खाता मिलने के बाद जब बैंक आए तो पैसा खाते से निकल चुका है। जब बैंक मैनेजर से इस बारे में खाताधारकों ने पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि मुकेश मझवार व हीरालाल यादव के द्वारा पैसा का आहरण किया गया है। और लगभग 15 बार उक्त पैसे को निकाला गया है। संयुक्त खाताधारक मुकेश कुमार मझवार ने बताया, कि हीरालाल यादव के यहां वह ट्रैक्टर चलाने का कार्य करता है, और हीरालाल यादव के द्वारा ग्राम लहपटरा के सेंट्रल बैंक में ₹5000 लेकर खाता खुलवाया था। और खाते में चेक की राशि ₹3,48,851 जमा होने के बाद हीरालाल यादव उसे उक्त बैंक में लाकर विड्राल फार्म को भर कर सेंट्रल बैंक के कर्मचारी बाल गोविंद यादव को गेट के बाहर से ही दिया जाता था।सेंट्रल बैंक के कर्मचारी बाल गोविंद यादव के द्वारा 1000 और ₹500 कमीशन लेकर बैंक के अंदर से राशि लाकर हीरालाल यादव को देता था। लगभग मुकेश मझवार को हीरालाल यादव चार बार बैंक लाकर पैसा निकलवाया था, साथ ही युवक ने आरोप लगाया,  कि बाकी पैसा हीरालाल यादव पर आरोप है, कि बैंक के  कर्मचारियों से सांठगांठ कर पैसा निकाला होगा।इस संबंध में सेंट्रल बैंक क्षेत्रीय प्रबंधक दिनेश गर्ग के द्वारा कहा गया कि मुझे आप के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है, विभागीय अधिकारियों से निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। साथ ही शाखा प्रबंधक के साथ भी इस मामले को लेकर मीटिंग करते हुए संबंधित दस्तावेज जांच किए जाएंगे। बहरहाल यह मामला वेहद संवेदनशील है,भोले भाले मझवार आदिवासी जिनको शासन द्वारा मुवावजा के रुप में अर्जित राशि जिसका हेरा फेरी किया जाना एक गंभीर मुद्दा है। जांच होनी चाहिए।और हितग्राहियों को मिलना चाहिए।

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