मनेंद्रगढ़ चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में नगरपालिका परिषद मनेंद्रगढ़ अध्यक्ष प्रभा पटेल के द्वारा किया जागरूक बच्चों के प्रति बढ़ते अपराध के खिलाफ शुरू की गई हेल्पलाइन पर बच्चे ऐसे-ऐसे सवाल पूछ रहे हैं कि जिसे सुनकर किसी भी मां-बाप के पसीने छूट जाएं। बच्चे पूछ रहे हैं कि क्या वे अपने मां-बाप या टीचर को जेल भेज सकते हैं। नगरपालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी तिवारी के द्वारा कहा गया कि कोई भी व्यक्ति बच्चों के साथ हो रहे अपराध क्यों करता है तो फ्री हेल्पलाइन पर वह अपनी शिकायत दर्ज करा सकता हैऔर बच्चों की मदद के लिए शुरू की गई हेल्पलाइन पर बच्चे अपनी हर तरह की परेशानियां शेयर कर सकते हैं। उन्होंने हंसते हुए बताया कि बच्चे यहां तक पूछ रहे हैं कि अगर उनके टीचर ने होमवर्क न करने के कारण उन्हें दण्डित कर दिया है तो क्या उन्हें जेल भेजा जा सकता है। इतना ही नहीं बच्चे अपने मां-बाप से किसी बात पर नाराज होने पर भी हेल्पलाइन की मदद मांग रहे हैं। उन्होंने बताया कि बच्चे यहां तक पूछते हैं कि क्या वे अपने मां-बाप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।बहुत कारगर साबित हो रही है चाइल्ड हेल्पलाइनचाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर आप शिकायत कर सकते है उन्होंने कहा कि यह सेवा बहुत ही कारगर साबित हो रही है और अक्सर वे बच्चे सवाल पूछ रहे हैं जो किसी प्रकार की घरेलू हिंसा के शिकार हो रहे हैं या जिनका घरेलू या अन्य कामगारों के रूप में शोषण हो रहा है। उन्होंने बताया कि बच्चे न सिर्फ खुद को बचाने के तरीके पूछ रहे हैं बल्कि वे यह भी जानना चाहते हैं कि अगर वे घर छोड़कर जाते हैं तो उन्हें नौकरी किस तरह मिल सकती है।तुरंत एक्शन लेती है टीमउन्होंने बताया कि जैसे ही बच्चों के किसी सेंसेटिव केस का पता चलता है तो संबंधित टीम तुरंत हरकत में आती है और बच्चे को उसकी परेशानी से मुक्त कराया जाता है। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को ट्रैफिकिंग के जरिए घरेलू नौकरों या सेक्स वर्करों के रूप में काम करना पड़ता है, ऐसे तरीके से उन्हें सबसे ज्यादा मदद मिल रही है।खास है मोबाइल एप
खोए हुए बच्चों की जानकारी के लिए लाया गया मोबाइल एप खासतौर पर सफल साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के खोने की खबर लगती है उनकी जानकारी इस एप के माध्यम से पूरे देश की पुलिस को हो जाती है और जैसे ही किसी खोए बच्चे की बरामदगी होती है तो उसकी फोटो को एप पर डाल दी जाती है और जल्द ही उसे उसके परिवार तक पहुंचा दिया जाता है।आप भी कर सकते हैं बच्चों की मददउन्होंने कहा कि किसी बच्चे को देखने के बाद अगर किसी को शक हो कि इस बच्चे का गलत तरीके से इस्तेमाल हो रहा है, तो ऐसी परिस्थिति में भी बच्चे की फोटो इस एप पर डाली जा सकती है। उन्होंने बताया कि ऐसी फोटो को कम्प्यूटर द्वारा खोए बच्चों से मिलान कर स्वतः उस पर कार्रवाई कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में जानकारी देने वाले की पहचान पूरी तरह गुप्त रखी जाती है। इस इस कार्यक्रम में नगरपालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी तिवारी पार्षद अजय जैसवाल पार्षद मोहम्मद हुसैन नागेन्द्र जयसवाल आदित्य राज डेविड सुनैना विश्वकर्मा और चाइल्ड हेल्पलाइन से कोमल पटेल और प्रियंका आई सी पी एस एवम नगर पालिका के सहायक राजस्व निरीक्षक सुशील कुमार विजय मिश्रा संतोष कुमार एवं प्लेसमेंट कर्मचारी रितेश महतो सहित कर्मचारी उपस्थित रहे