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कोरिया(GCG NEWS) 05 दिसंबर 2020तहसील क्षेत्र बैकुंठपुर के ग्राम पिपरा के रहने वाले राजेश कुमार राजवाड़े ने सुपर स्मार्ट नाम से डिटर्जेंट निर्माण का काम शुरू किया है जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है और काम भी सफल हुआ है। आज राजेश आर्थिक रूप से सशक्त बने हैं और अपने गांव के अन्य सात परिवारों को भी रोजगार प्रदान करने में सक्षम हुए हैं। अपनी सफलता की कहानी बताते हुए राजेश कहते हैं कि ये सब प्रशासन के सहयोग से ही संभव हुआ है। राजेश के शब्दों में उनकी कहानी श्मेरा कपड़े का एक छोटा व्यवसाय था। लंबे समय तक इस व्यवसाय में घाटा होने के कारण मैं किसी अन्य व्यवसाय में हाथ आजमाने की कोशिश करने लगा। पर कोई सफलता नहीं मिली। फिर कोरिया जिले के खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिली। जहां मुझे ज्ञात हुआ कि ग्रामीण क्षेत्र में उद्योग लगाने हेतु और नया रोजगार सृजन के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत अनुदान प्रदान किया जाता है। प्रशासन के सहयोग से मुझे योजना की जानकारी मिली, जिससे मुझे अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद मिली।राजेश ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की जानकारी मिलते ही शीघ्र जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड से संपर्क किया और नया व्यवसाय शुरू करने की इच्छा बताई। राजेश को डिटर्जेंट निर्माण उद्योग शुरू करने का आईडिया मिला और राजेश को रोजगार का एक बेहतरीन जरिया मिल गया। राजेश बताते हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के अंतर्गत बैंक लोन के लिए आवेदन किया जिससे उन्हें 35 प्रतिशत अनुदान के रूप में 2 लाख 80 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई। इस राशि से उन्होंने स्वयं का उद्योग शुरू किया है।खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत उद्योग लगाने पर 25 लाख और सेवा क्षेत्र में निवेश करने पर 10 लाख रुपये तक का कर्ज मिलता है। सामान्य जाति के आवेदक को लोन की रकम पर 15% सब्सिडी और आरक्षित जाति के आवेदकों को 25% तक सब्सिडी मिलती है। ग्रामीण इलाके में उद्योग लगाते हैं तो सब्सिडी की यह रकम बढ़कर 25-35 फीसदी हो जाती है।
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